राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) मंगलवार को गुदड़ी प्रखंड के बुरुगुलीकेरा गांव का दौरा कर सामूहिक नरसंहार (Burugulikera Massacre) के पीड़ितों (Victims) से मिलेंगी. 19 जनवरी को दो गुटों में विवाद के बाद ग्रामीणों के एक गुट ने दूसरे गुट के सात लोगों की निर्मम हत्या कर दी थी. इस मामले में 17 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. जानकारी के मुताबिक पत्थलगड़ी (Pathalgadi) को लेकर ग्रामीणों में विवाद हुआ था, जिसके बाद इस घटना को अंजाम दिया गया. इस मामले में एसआईटी (SIT) जांच जारी है. इस घटना के विरोध में कुछ दिन पहले दिल्ली में बीजेपी सांसदों ने धरना दिया था.
सात लोगों की हुई थी निर्मम हत्या
गुदड़ी प्रखंड के बुरुगुलीकेरा गांव में 16 जनवरी को एक गुट के 9 लोगों ने दूसरे गुट के पांच लोगों के घर में तोड़फोड़ की थी. जिसके बाद 19 जनवरी को दूसरे गुट के लोगों ने इसको लेकर बैठक बुलाई थी. इसी दौरान तोड़फोड़ में शामिल सात लोगों को पहले पीटा गया, फिर जंगल ले जाकर उनकी हत्या कर दी गई. 21 जनवरी की सुबह पुलिस ने गांव के पास के जंगल से सातों शवों को बरामद किया था. सभी के सिर धड़ से अलग पाये गये थे.
इस हत्याकांड में गुदड़ी थाने में दो एफआईआर दर्ज किये गये हैं. एक, सात आदिवासियों की सामूहिक हत्या और दूसरा, पांच घरों में तोड़फोड़ को लेकर. 8 सदस्यीय एसआईटी मामले की जांच में जुटी है.
पीड़ितों से सीएम हेमंत ने की थी मुलाकात
23 जनवरी को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुरुगुलीकेरा गांव का दौरा कर सामूहिक नरसंहार के पीड़ितों से मुलाकात की थी. इस दौरान उन्होंने पीड़ित परिवारों का दर्द बांटकर उन्हें न्याय का भरोसा दिलाया था. मुलाकात के बाद सीएम ने घटना में शामिल लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की बात कही थी. लेकिन भाजपा संसदीय दल को बुरुगुलीकेरा गांव जाने से प्रशासन ने रोक दिया था.