ब्रिटिश लोगों ने भारतीयों में चाय पीने की आदत डाली और चाय उगाने के लिए आदर्श जलवायु होने के कारण भारत तेजी से विश्व में चायप्रेमियों की श्रेणी में शामिल हो गया। ब्रिटिश लोगों ने भारतीयों के खाने के ढंग को भी बदलने का प्रयास किया और पहली बार भारत में भोजन के लिए क टे-छुरी-चाकू का इस्तेमाल शुरू हुआ। रसोई में बैठकर खाने की जगह डायनिंग टेबल पर खाने की परम्परा विकसित हुई।
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